पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी में असम के खिलाफ 379 रनों की रिकॉर्डतोड़ पारी खेली, जिसके साथ उन्होंने कई रिकॉर्ड ध्वस्त कर डाले।
पृथ्वी रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रनों की पारी खेलने वाले ओपनर बन गए।
हालांकि पृथ्वी भारतीय बल्लेबाज भाऊसाहेब निम्बालकर का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए, जिन्होंने 1948 में रणजी ट्रॉफी में ही नाबाद 443 रन ठोके थे।
बता दें निम्बालकर के 443 रनों की पारी की कहानी भी कमाल की है।
1948 के रणजी ट्ऱॉफी में महाराष्ट्र के टॉप बल्लेबाज भाऊसाहेब निम्बालकर ने काठियावाड़ के खिलाफ 8 घंटे से ज्यादा देर तक बल्लेबाजी करते हुए 443 रन बनाए।
निम्बालकर डॉन ब्रैडमैन का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ना चाहते थे, जिससे वे महज 10 रन दूर थे।
तभी काठियावाड़ के कप्तान ने फील्डिंग करने से इनकार कर दिया और कहा कि या तो वो पारी घोषित करें नहीं तो वो मैच नहीं खेलेंगे और उनकी टीम घर चली जाएगी।
महाराष्ट्र की टीम ने इससे इनकार कर दिया। टीम चाहती थी कि निम्बालकर दो ओवर खेलकर ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ें।
काठियावाड़ के कप्तान इस बात के लिए तैयार नहीं हुए और उनकी टीम मैदान छोड़कर स्टेशन लौट गई और निम्बालकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने से चूक गए।