सनातन धर्म में शनिदेव को न्याय के देवता के रूप में पूजा जाता है। वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार पुरस्कार या दंड देते हैं।
किसी व्यक्ति के जीवन में शनि की साढ़े साती शुरू होने पर उस व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में आज हम आपको उन उपायों के बारे में बताएंगे, जिन्हें अपनाने से आप साढ़े साती से निजात पा सकते हैं। आइए विस्तार से जानें।
एक लोहे के पात्र में सरसों का तेल लें और उसमें एक रूपए का सिक्का डाल दें। इसके बाद इस तेल में अपना चेहरा देखकर यह तेल किसी गरीब व्यक्ति को दान कर दें।
ऐसे में आपको खाना बनाने वाले लोहे के बर्तनों जैसे तवा, कड़ाही आदि का किसी निर्धन व्यक्ति को दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपके कुंडली में बनने वाले दुर्घटना के योग टल जाते हैं।
हर शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने और वृक्ष की 21 बार परिक्रमा करने से व्यक्ति को शनि की साढ़े साती और ढैय्या बुरा प्रभाव नहीं झेलना पड़ता।
पीपल में अर्घ देने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं। वहीं, अगर आपको संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है, तो इसके लिए एक पीपल का वृक्ष लगवाएं।
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