सनातन धर्म में होली पर्व का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा पाठ करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं कि होली पर कौन से शुभ योग बन रहे हैं?
पंचांग के अनुसार, साल 2025 में 14 मार्च को होली पर्व मनाया जाएगा। इस दिन पूजा-पाठ करने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
पंचांग के अनुसार, फाल्गुनी पूर्णिमा की शुरुआत 13 मार्च को सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर होगा।
होली के दिन दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से शिववास योग का निर्माण हो रहा है। वहीं, रात्रि तक उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का संयोग रहेगा।
फाल्गुन पूर्णिमा पर दुर्लभ बव और बालव करण योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में भगवान विष्णु की पूजा करना लाभदायक माना जाता है।
होली के दिन दोपहर 12 बजकर 07 मिनट से लेकर 12 बजकर 54 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। इस मुहूर्त में पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है।
धन की कमी का सामना करने वाले लोगों को होली पर इन शुभ मुहूर्तों में पूजा करनी चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है।
होली की रात सरसों के तेल से चौमुखी दीपक जलाना चाहिए। इससे परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इसे मुख्य द्वार पर जलाना शुभ होता है।
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