आपने अक्सर देखा होगा कि पूजा-पाठ में माला का उपयोग किया जाता है। आइए जानते हैं कि इस दौरान किस तरह की मालाएं उपयोग किया जाता है?
किसी भी मंत्र का जाप करते समय माला का सहारा लिया जाता है। हर देवी-देवता के लिए अलग-अलग माला होती है। भगवान के पसंदीदा माला से जाप करने पर पूरा फल मिलता है।
जाप करते समय इस माला का उपयोग करना काफी लाभकारी माना जाता है। इस माला का उपयोग भगवान कृष्ण के मंत्र का जाप करने के लिए किया जाता है।
चंदन की माला से मंत्र का जाप करने से मनोकामना की पूर्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में तरक्की होती है और धन से जुड़ी समस्या दूर होने लगती है।
मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने के लिए स्फटिक की माला का उपयोग किया जाता है। इस माला से जाप करने से धन की प्राप्ति होती है और नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होने लगती है।
भगवान शिव को रुद्राक्ष की माला बेहद प्रिय है। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होने लगते हैं।
सनातन धर्म में इस माला को बेहद शुभ माना जाता है। इस माला को पहनने और इससे भगवान विष्णु का जाप करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
यह माला मां लक्ष्मी को बेहद प्रिय है। लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप करने के लिए कमलगट्टे की माला का उपयोग किया जाता है। इससे आर्थिक तंगी भी दूर होने लगती है।
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