पद्म विभूषण से सम्मानित तबला वादक जाकिर हुसैन ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। इन्हें कई बड़े पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुकी है।
जाकिर हुसैन की तबीयत बिगड़ने के बाद अमेरिका के उन्हें अमेरिका के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
जाकिर हुसैन के करीबी दोस्त राकेश चौरसिया ने बताया कि ब्लड प्रेशर और दिल की समस्या को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हुसैन का जन्म दिग्गज संगीतकार उस्ताद अल्ला रक्खा के घर 9 मार्च 1951 हुआ था। इनका पहला म्यूजिक एल्बम लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड साल 1973 में आया था।
जाकिर हुसैन को संगीत जगत में उनके योगदान के लिए भारत सरकार की तरफ से पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है।
जाकिर हुसैन ने अब तक पांच ग्रैमी अवार्ड जीत चुके थे। इस साल 66वें ग्रैमी अवार्ड्स में भी जाकिर को 3 अवार्ड मिले थे।
जाकिर हुसैन को बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया था। जाकिर पहले भारतीय संगीतकार थे, जिन्हें व्हाइट हाउस में कॉन्सर्ट के लिए आमंत्रित किया गया था।
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