सनातन धर्म में खरमास महीने का विशेष महत्व होता है। इस महीने में पूजा-पाठ करना शुभ होता है। आइए जानते हैं कि खरमास में सूर्य देव के किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, 14 मार्च 2025 से खरमास महीने की शुरुआत होगी। इस दौरान मांगलिक कार्य करना वर्जित रहता है। इस महीने में सूर्य देव की पूजा करना चाहिए।
14 मार्च को सूर्य देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। इस दिन मीन संक्रांति भी मनाई जाती है और खरमास की शुरुआत होती है।
पूजा-पाठ करते समय मंत्र का जाप करना लाभकारी होता है। ऐसा करने से साधक के जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
खरमास महीने में सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल का अर्घ्य देते समय ॐ घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता है।
खरमास महीने में पूजा करते समय ॐ आदित्याय विद्महे, प्रभाकराय धीमहि, तन्नः सूर्यः प्रचोदयात् मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे मन शांत रहता है।
सूर्य देव की पूजा करते समय ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा मंत्र का जाप करना लाभकारी होता है। इससे साधक की मनोकामना पूरी होती है।
कठिन परिश्रम के बाद भी सफलता न मिलने पर खरमास महीने में इन मंत्रों का जाप करें। इससे कार्य में सफलता मिलती है और रुके हुए कार्य भी होने लगते हैं।
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