भारतीय कप्तान और हिटमैन रोहित शर्मा की कहानी थोडी अलग और रोमांचक है। रोहित ने क्रिकेट की शुरुआत बतौर स्पिनर की थी, हालांकि आज वह दुनिया के श्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाते हैं।
1987 में जन्मे रोहित ने 1999 में पहली बार क्रिकेट कैंप ज्वॉइन किया। रोहित के कोच दिनेश लाड ने रोहित को स्कूल बदलने की सलाह दी।
पहले रोहित ऑफ स्पिन बॉलिंग किया करते थे, हालांकि बाद में उनके कोच दिनेश लाड ने रोहित को बैटिंग के लिए प्रेरित किया और ओपनिंग करानी शुरु की।
रोहित ने साल 2005 में लिस्ट ए में कदम रखा और देवधर ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी की।
रोहित ने साल 2006 में इंडिया ए की तरफ से न्यूजीलैंड ए के खिलाफ डेब्यू किया।
इसके बाद रोहित ने 2006-7 रणजी ट्रॉफी में बेहतरीन प्रदर्शन किया और गुजरात के खिलाफ 205 रनों की पारी खेली।
इसके बाद साल 2007 में रोहित की इंटरनेशनल क्रिकेट में एंट्री हुई। इस मुकाबले में रोहित को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला।
रोहित शर्मा को चैंपियंस ट्रॉफी में बतौर ओपनर भेजा गया और तब से रोहित ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले रोहित फिनिशर की भूमिका निभाते थे।
रोहित ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कई बेहतरीन रिकॉर्ड बनाए हैं जो किसी भी खिलाड़ी के लिए तोड़ना बहुत मुश्किल है।
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