नाखूनों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए आजकल महिलाएं नेल एक्सटेंशन करवाना पसंद करती हैं। यह सुंदर नाखून सबको पसंद आते हैं, लेकिन एक्सटेंशन लगवाने से पहले इन संभावित समस्याओं को जरूर जानें।
नेल एक्सटेंशन के लिए इस्तेमाल होने वाला ग्लू और फाइलिंग आपके असली नाखूनों को पतला कर सकता है, जिससे वे आसानी से टूटने लगते हैं।
अगर एक्सटेंशन ठीक से ना लगें या उनके नीचे नमी चली जाए, तो फंगस बनने का जोखिम बढ़ जाता है, जिससे नाखून काला या बदरंग दिखने लगता है।
कुछ लोगों को नेल प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल से एलर्जी हो जाती है। इससे खुजली, लालिमा या सूजन जैसी समस्या हो सकती है।
शुरू-शुरू में एक्सटेंशन थोड़ा भारी या अनकंफर्टेबल महसूस हो सकते हैं, जिससे रोजमर्रा के काम करना मुश्किल लगता है।
कभी-कभी एक्सटेंशन अचानक कहीं फंसकर जोर से टूट जाते हैं, जिससे असली नाखून भी छिल सकता है या दर्दनाक चोट लग सकती है।
नेल एक्सटेंशन को हर 2–3 हफ्ते में रिफिल करवाना पड़ता है। ऐसा न करने पर गैप बन जाता है और नाखून खराब दिखते हैं।
एक्सटेंशन लगवाना और मेंटेन करना दोनों महंगा होता है। साथ ही, हर बार सैलून में लंबा समय भी देना पड़ता है।
सुंदर नाखून जरूरी हैं, लेकिन सेहत भी उतनी ही जरूरी है। ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva