आज के इस डिजिटल युग में टीनएजर्स तेजी से सोशल नेटवर्किंग साइट्स के एडिक्ट होते जा रहे हैं। इंटरनेट की यह लत कम चुनौतीपूर्ण नहीं है।
चाइल्ड माइंड इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के अनुसार, आज के समय में टीन इंटरनेट एडिक्शन पेरेंट्स के लिए किसी ड्रग एडिक्शन से भी खतरनाक है।
आज हम आपको अलग-अलग रिपोर्ट के जरिए बताएंगे कि इंटरनेट के ज्यादा इस्तेमाल से टीनएजर्स पर क्या असर पड़ता है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
चाइल्ड माइंड इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर टीनएजर्स एक दिन में लगभग 4.4 से ज्यादा घंटे इंटरनेट पर बिताते हैं, तो इससे सेहत पर कई रूप में नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं।
PLOS मेंटल हेल्थ में एक शोध किया गया। यह शोध सबसे ज्यादा इंटरनेट यूज करने वाले 10 से 19 साल के टीनएजर्स पर किया गया।
इस शोध में यह पाया गया कि इससे उनके ब्रेन फंक्शन पर काफी असर पड़ा। इनमें फोकस, काम करने की क्षमता, बौद्धिक विकास और मानसिक स्वास्थ्य में कमी देखी गई।
इंटरनेट एडिक्शन की वजह से टीनएजर्स सोशल मीडिया की चकाचौंध भरी जिंदगी देखकर वह अपने जीवन में कमियां तलाशने लगते हैं।
इसके साथ ही उनकी एकेडमिक परफॉर्मेंस भी खराब होने लगती है। इससे उनकी क्रिएटिविटी भी धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।
इंटरनेट एडिक्शन से टीनएजर्स को बचाने के लिए उनके मोबाइल देखने के समय को तय करना चाहिए। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com