पालक विटामिन और आयरन से भरपूर होता है, लेकिन इसे जरूरत से ज्यादा खाने पर शरीर पर नकारात्मक असर भी पड़ सकता है। आइए जानें कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।
पालक में ऑक्सलेट की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर में जमकर किडनी स्टोन बनने का कारण बन सकता है। खासकर जिन लोगों को पहले से स्टोन की समस्या है, उन्हें मात्रा संभालकर रखनी चाहिए।
पालक में गोइट्रोजन नामक तत्व पाया जाता है, जो बहुत ज्यादा मात्रा में थायराइड ग्लैंड की फंक्शनिंग को प्रभावित कर सकता है। थायराइड मरीजों को मात्रा नियंत्रित रखनी चाहिए।
पालक का अधिक सेवन गैस, पेट फूलना और अपच जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर ज्यादा मात्रा में होने पर पाचन धीमा कर देता है।
हालांकि, पालक आयरन का अच्छा स्रोत है, लेकिन अधिक मात्रा शरीर में आयरन ओवरलोड कर सकती है, जिससे थकान, सिरदर्द और कमजोरी जैसी समस्याएं महसूस हो सकती हैं।
ऑक्सलेट अधिक खाने से कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स का अवशोषण कम हो जाता है। इससे हड्डियों की मजबूती पर असर पड़ सकता है।
पालक में विटामिन K अधिक होता है, जो ब्लड थिनर दवाओं का असर कम कर सकता है। ऐसे लोग डॉक्टर की सलाह के बिना ज्यादा पालक न खाएं।
सप्ताह में 2–3 बार पालक का सेवन पर्याप्त है। इसे ज्यादा उबालकर या सूप की तरह खाएं ताकि ऑक्सलेट की मात्रा कम हो सके।
पालक सही मात्रा में खाएं और शरीर को संभावित बीमारियों से बचाएं। ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva