आज हम आपको बच्चों को बोतल से दूध पिलाने के नुकसान के बारे में बताएंगे।
बोतल का निप्पल जहां से बच्चा दूध पीता है वह इसी पॉलीप्रोलीन से बनी होती है, जिससे शिशु की सेहत को नुकसान हो सकता है।
मां के दूध मे बहुत सारे पोषण तत्व मौजूद होते हैं, जिससे शिशु को प्राकृतिक रूप से कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन, मैग्नीशियम और कार्बोहाइड्रेट आदि मिलते हैं।
जबकि बोतल के दूध में ये सब मौजूद नहीं होते। इससे शिशु में पोषण की कमी हो सकती है और बच्चा बीमार हो सकता है।
बोतल से दूध पिलाने में चोकिंग का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इससे बच्चे को सांस लेने मे कठिनाई हो सकती है और फेफड़ों से संबंधित समस्याएं हो सकती है।
मां के दूध में इम्यूनिटी बूस्ट करने वाले विटामिन ए विटामिन सी प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
वहीं बोतल से पीये गए दूध में नुकसानदायक तत्व हो सकते हैं। इससे दूध में मौजूद न्यूट्रीएंट्स ठीक से अवशोषित नहीं हो पाते हैं।
प्लास्टिक की बोतल में बच्चे को दूध पिलाने से शिशु को उल्टी, दस्त, बुखार और कब्ज जैसी बीमारियां हो सकती है।
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