सनातन धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा-पाठ करने से जीवन तरक्की होती है। आइए जानते हैं कि फाल्गुन अमावस्या पर शिव जी की पूजा कैसे करें?
पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन अमावस्या का पर्व 27 फरवरी को मनाया जाएगा। शुभ योग में पूजा करने से जीवन में आने वाले संकट दूर होते हैं।
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन अमावस्या तिथि की शुरुआत 27 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 28 फरवरी को सुबह 06 बजकर 14 मिनट पर होगा।
फाल्गुन अमावस्या पर शिववास योग का निर्माण सुबह 08 बजकर 54 मिनट से हो रहा है। इस योग में शिव जी की पूजा करने से संकट से छुटकारा मिलता है।
फाल्गुन अमावस्या पर शिववास योग में पूजा करने से कार्य में सफलता मिलती है। इसके साथ ही, पहले से रुके हुए कार्य होने लगते हैं और शिव जी की कृपा प्राप्त होती है।
फाल्गुन अमावस्या पर शिववास योग के अलावा साध्य योग और दुर्लभ शिव योग का भी निर्माण हो रहा है। इन योग में भी पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है।
फाल्गुन अमावस्या पर फिटकरी और सिंदूर को पान के पत्ते में बांधकर पीपल के पेड़ के नीचे दबा दें। इस उपाय को करने से कर्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है।
फाल्गुन अमावस्या पर इन शुभ योग में पूजा करने से साधक की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। इसके साथ ही, कारोबार में आ रही बाधाएं दूर होने लगती हैं।
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