राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली और इससे सटे इलाकों में वायु प्रदूषण जानलेवा हो चुका है। यहां रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
जहरीली हवा का कहर बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोगों पर अधिक देखने को मिल रहा है।
प्रदूषण की इस विकराल स्थिती से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने तमाम पाबंदियां लागू कर दी है। अब दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप के चौथे चरण को लागू किया गया है।
दिल्ली सरकार ने प्राइमरी स्कलों को बंद करने का ऐलान कर दिया है। साथ ही सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिए गए हैं।
दिल्ली में ट्रकों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। सिर्फ आवश्यक वस्तुओं को लाने-ले जाने वाले या आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले ट्रकों और सभी सीएनजी, इलेक्ट्रिक ट्रकों को अनुमति होगी।
दिल्ली-एनसीआर में केंद्र और राज्य सरकार के दफ्तरों में सिर्फ 50 फीसदी कर्मचारियों के आने की अनुमति है। बाकि के 50 प्रतिशत लोग अगले आदेश तक घर से काम करेंगे।
स्कूल, कॉलेज समेत समेत सभी शैक्षणिक संस्थानों में गैर जरूरी एक्टिविटी जैसे स्पोर्सट्स आदि पर प्रतिबंध रहेगा।