साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे दोष को दूर करने के लिए शनि देव को प्रसन्न करना जरूरी होता है। आइए जानते हैं कि शनि जयंती पर क्या करने से इन दोषों से छुटकारा मिलता है?
यह जयंती ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। इस साल शनि जयंती 06 जून को मनाई जाएगी।
अक्सर लोग जीवन में कई दोष का सामना करते रहते हैं। इन दोषों से मुक्ति के लिए शनि जयंती पर कुछ काम करने चाहिए।
शनि जयंती पर शनि देव के मंदिर में जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से दोष दूर होने लगते हैं।
शनि जयंती के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। इस दौरान जल चढ़ाने से शनि ग्रह के बुरे प्रभाव भी कम होने लगते हैं।
साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति के लिए शनि जयंती पर काले कपड़े, काले तिल और का उड़द दान करना चाहिए। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होने लगते हैं।
शनि जयंती पर ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:’ मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
शनि जयंती पर ‘ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ’ का जाप करना चाहिए।
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