हिंदू धर्म में पितर पक्ष का विशेष महत्व है। इस माह में पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष दिलाने के लिए तर्पण, श्राद्ध कर्म आदि किया जाता है।
वंशजों द्वारा किए गए श्राद्ध कर्म से पितरों की आत्मा तृप्त होती है और वे प्रसन्न होकर वंशजों को आशीर्वाद देते हैं।
पितृ पक्ष हर साल भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से शुरू होते हैं और अश्विन अमावस्या तिथि पर इनका समापन होता है।
इन दिनों में पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं।
इन्हीं में से एक तुलसी का उपाय है। इन तुलसी के उपायों को करने से तर्पण, श्राद्ध कर्म के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
तुलसी के पौधे के पास एक कटोरी रख दें। इसके बाद हथेली में गंगाजल लें और 5-7 बार पितरों और बाबा विश्वनाथ का नाम लेते हुए धीरे-धीरे कटोरी में गंगाजल छोड़ दें।
इसके बाद हाथ जोड़ें और मनन करें। इसके बाद इस गंगाजल को आप किसी अन्य पौधे में डाल दें या फिर घर में छिड़काव कर दें।
इस बार 27 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है और 14 अक्टूबर 2023 को इसका समापन होगा।
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