सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि वैशाख अमावस्या पर किस चालीसा का पाठ करने से पितृ प्रसन्न होते हैं?
पंचांग के अनुसार, अप्रैल के महीने में 27 अप्रैल को वैशाख अमावस्या है। इस दिन पितरों का तर्पण करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
पंचांग के अनुसार, वैशाख अमावस्या की शुरुआत 27 अप्रैल को सुबह 04 बजकर 49 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 28 अप्रैल को देर रात 01 बजे होगा।
वैशाख अमावस्या पर विष्णु चालीसा का पाठ करना बेहद लाभकारी माना जाता है। इससे नारायण की कृपा प्राप्त होती है।
विष्णु चालीसा का पाठ करने से पितर प्रसन्न होकर परिवार के सदस्यों को आशीर्वाद देते हैं। इससे जीवन में आने वाली बाधाएं भी दूर होने लगती हैं।
वैशाख अमावस्या पर ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
वैशाख अमावस्या पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को अन्न, धन और काले तिल का दान करें। इससे पितरों का आशीर्वाद मिलता है।
इस दिन विष्णु चालीसा का पाठ करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं। इसके साथ ही, तरक्की के योग बनते हैं।
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