नए साल के पहले दिन इस स्त्रोत का पाठ करने से होगी तरक्की


By Farhan Khan31, Dec 2025 11:48 PMjagran.com

नए साल पर होगा प्रदोष व्रत

नया साल आने में अब केवल एक ही दिन बाकी है। वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि से नए साल की शुरुआत होगी। इस शुभ अवसर पर प्रदोष व्रत मनाया जाएगा।

महादेव की पूजा करना

प्रदोष व्रत के दिन देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। इससे आपको बंद किस्मत का ताला खुल सकता है। आपके बिगड़े काम भी बन सकते हैं।

इस स्त्रोत का करें पाठ

आज हम आपको एक ऐसे स्त्रोत के बारे में बताएंगे, जिसका पाठ अगर आप नए साल पर करते हैं, तो इससे आपकी दिन-रात तरक्की हो सकती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।

शिव दरिद्रता नाशक स्तोत्र

जय देव जगन्नाथ, जय शंकर शाश्वत। जय सर्व-सुराध्यक्ष, जय सर्व-सुरार्चित ! ।। जय सर्व-गुणातीत, जय सर्व-वर-प्रद ! जय नित्य-निराधार, जय विश्वम्भराव्यय ! ।।

जाप करें

जय विश्वैक-वेद्येश, जय नागेन्द्र-भूषण ! जय गौरी पते शम्भो, जय चन्द्रार्ध-शेखर ! ।। जय कोट्यर्क-संकाश, जयानन्त-गुणाश्रय ! जय रुद्र-विरुपाक्ष, जय चिन्त्य-निरञ्जन ! ।।

करें जाप

जय नाथ कृपा-सिन्धो, जय भक्तार्त्ति-भञ्जन ! जय दुस्तर-संसार-सागरोत्तारण-प्रभो ! ।। प्रसीद मे महा-भाग, संसारार्त्तस्य खिद्यतः। सर्व-पाप-भयं हृत्वा, रक्ष मां परमेश्वर ! ।।

जाप करें

महा-दारिद्रय-मग्नस्य, महा-पाप-हृतस्य च। महा-शोक-विनष्टस्य, महा-रोगातुरस्य च।। ऋणभार-परीत्तस्य, दह्यमानस्य कर्मभिः। ग्रहैः प्रपीड्यमानस्य, प्रसीद मम शंकर ! ।।

करें जाप

फल-श्रुतिः दारिद्रयः प्रार्थयेदेवं, पूजान्ते गिरिजा-पतिम्। अर्थाढ्यो वापि राजा वा, प्रार्थयेद् देवमीश्वरम्।। दीर्घमायुः सदाऽऽरोग्यं, कोष-वृद्धिर्बलोन्नतिः।

इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com