हिंदू धर्म में धनतेरस का पर्व बहुत शुभ माना जाता है। इस बार यह पर्व 18 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा की जाती है।
आज हम आपको एक ऐसे चालीसा के बारे में बताएंगे, जिसका धनतेरस के दिन जाप करने से आपकी दिन-रात तरक्की हो सकती है। आइए इस चालीसा के बारे में विस्तार से जानें।
हम आपको कुबेर चालीसा के बारे में बता रहे हैं। धनतेरस पर कुबेर चालीसा का पाठ करने से आपके बिगड़े काम बन सकते हैं। आपकी बंद किस्मत का ताला खुल सकता है।
जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर । ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे, अविचल खडे कुबेर ॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर । भक्त हेतु वितरण करो, धन माया के ढेर ॥
जै जै जै श्री कुबेर भण्डारी । धन माया के तुम अधिकारी ॥ तप तेज पुंज निर्भय भय हारी । पवन वेग सम सम तनु बलधारी ॥ स्वर्ग द्वार की करें पहरे दारी सेवक इंद्र देव के आज्ञाकारी ॥
यक्ष यक्षणी की है सेना भारी । सेनापति बने युद्ध में धनुधारी ॥ महा योद्धा बन शस्त्र धारैं । युद्ध करैं शत्रु को मारैं ॥ सदा विजयी कभी ना हारैं । भगत जनों के संकट टारैं ॥
प्रपितामह हैं स्वयं विधाता । पुलिस्ता वंश के जन्म विख्याता ॥ विश्रवा पिता इडविडा जी माता । विभीषण भगत आपके भ्राता ॥ शिव चरणों में जब ध्यान लगाया ।
घोर तपस्या करी तन को सुखाया ॥ शिव वरदान मिले देवत्य पाया । अमृत पान करी अमर हुई काया ॥ धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में । देवी देवता सब फिरैं साथ में ॥
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com