इस चालीसा का पाठ करने से बिगड़े काम बन जाएंगे


By Farhan Khan28, Aug 2024 12:03 PMjagran.com

गणेश जी

सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होते हैं। बुधवार का दिन भगवान शिव के पुत्र गणेश जी के लिए होता है।

गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना करना

इस दिन सुबह स्नान करने के बाद विधिपूर्वक गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना करने से साधक का जीवन सदैव सुखमय रहता है।

गणेश चालीसा का पाठ

पूजा के दौरान गणेश चालीसा का पाठ करने से बिगड़े काम बनने के साथ धन में भी वृद्धि होती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

गणेश चालीसा

जय गणपति सद्गुण सदन कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण जय जय गिरिजालाल॥

गणेश चालीसा

जय जय जय गणपति राजू। मंगल भरण करण शुभ काजू॥ जय गजबदन सदन सुखदाता। विश्व विनायक बुद्धि विधाता॥

गणेश चालीसा

वक्र तुण्ड शुचि शुण्ड सुहावन। तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन॥ राजित मणि मुक्तन उर माला। स्वर्ण मुकुट सिर नयन विशाला॥

गणेश चालीसा

पुस्तक पाणि कुठार त्रिशूलं। मोदक भोग सुगन्धित फूलं॥ सुन्दर पीताम्बर तन साजित। चरण पादुका मुनि मन राजित॥

गणेश चालीसा

धनि शिवसुवन षडानन भ्राता। गौरी ललन विश्व-विधाता॥ ऋद्धि—सिद्धि तव चँवर डुलावे। मूषक वाहन सोहत द्वारे॥

पूजा अर्चना के बाद आपको भी गणेश चालीसा का पाठ करना चाहिए। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com