सप्ताह के सात दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित होते हैं। मंगलवार का दिन हनुमान जी के लिए होता है।
अगर आप सच्ची श्रद्धा से हनुमान जी की पूजा करते हैं, तो इससे न सिर्फ हनुमान जी प्रसन्न होते हैं बल्कि भक्तों की हर मुराद पूरी भी करते हैं।
अगर आप अपने जीवन में सभी प्रकार के व्याप्त दुख और संकट से निजात पाना चाहते हैं, तो हनुमान जी की पूजा के समय इस चालीसा का पाठ अवश्य करें।
हम आपको प्रेतराज चालीसा के बारे में बता रहे हैं। आइए इस चालीसा के बारे में विस्तार से जानें ताकि जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहें।
गणपति की कर वंदना,गुरु चरनन चितलाय। प्रेतराज जी का लिखूं,चालीसा हरषाय॥
जय जय भूताधिप प्रबल,हरण सकल दु:ख भार। वीर शिरोमणि जयति,जय प्रेतराज सरकार॥
दुष्ट दलन जग अघ हरन,समन सकल भव शूल। जयति भक्त रक्षक प्रबल,प्रेतराज सुख मूल॥
विमल वेश अंजिन सुवन,प्रेतराज बल धाम। बसहु निरन्तर मम हृदय,कहत भक्त सुखराम॥
अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में कभी कोई संकट न आए, तो प्रेतराज चालीसा का पाठ करें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com