सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है। आइए जानते हैं कि दिसंबर में प्रदोष व्रत कब है?
पंचांग के अनुसार, इस महीने में पहला प्रदोष व्रत 13 दिसंबर को रखा जाएगा। इस दिन प्रदोष काल शाम 05 बजकर 26 मिनट से लेकर 07 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।
पंचांग के अनुसार, शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 12 दिसंबर को रात 10 बजकर 26 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 13 दिसंबर को शाम 07 बजकर 40 मिनट पर होगा।
प्रदोष व्रत के दौरान दुर्लभ शिव और सिद्ध योग का निर्माण होगा। इस दिन 11 बजकर 54 मिनट तक शिव योग होगा। इसके बाद सिद्ध योग का निर्माण होगा।
प्रदोष व्रत पर इन शुभ योग में शिव जी की पूजा करने से जीवन में आने वाले संकट दूर होने लगते हैं। इसके साथ ही, कार्य में सफलता मिलती है और साधक तरक्की करता है।
प्रदोष व्रत पर पूजा करते समय सफेद वस्त्र धारण करना शुभ होता है। इस दौरान गरीब और जरूरतमंद लोगों को सफेद वस्त्र दान करना चाहिए। इसके साथ ही, करियर में सफलता मिलती है।
प्रदोष व्रत पर शिव जी की पूजा करते समय शिवलिंग पर केसर और शक्कर चढ़ाना चाहिए। इस उपाय को करने से धन से जुड़ी समस्या दूर होने लगती है।
अगर आपको कठिन परिश्रम के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है, तो प्रदोष व्रत पर उन उपायों को जरूर करें। ऐसा करने से कार्य में सफलता मिलती है।
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