कई लोग मंगल दोष का सामना करते रहते हैं। ऐसे लोगों को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं कि मंगल दोष कब होता है?
कुंडली में मंगल दोष होने पर साधक का कार्य करने में मन नहीं लगता है। इसके अलावा, बनते हुए काम बिगड़ने लगते हैं और तरक्की रुक सकती है।
ज्योतिषियों के अनुसार, कुंडली के प्रथम, द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में मंगल रहने पर जातक को मांगलिक दोष का सामना करना पड़ता है।
अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो आपको वैवाहिक जीवन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको मंगल दोष का निवारण करना चाहिए।
कई उपाय ऐसे होते हैं, जिसे करने से कुंडली में मंगल दोष का प्रभाव कम होने लगता है। इसके साथ ही, जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
कुंडली में मंगल दोष होने पर मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। इससे दोष कम होने लगती है। वहीं, प्रबल मांगलिक दोष होने पर ज्योतिष से संपर्क करें।
मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने के बाद लाल रंग की चीजों जैसे मसूर की दाल, मूंगफली, लाल रंग के कपड़े, गुड़, शहद, लाल मिर्च आदि का दान करें।
मंगल दोष से मुक्ति पाने के लिए मंगलवार के दिन सुंदरकांड या सात बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे दोष का प्रभाव कम होने लगता है।
कुंडली में होने वाले दोष को दूर करने के उपाय को जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ