लखनऊ को नवाबों की नगरी कहा जाता है, यहां पर घूमने के लिए ऐतिहासिक और सुंदर जगहें हैं। ऐसे में अगर आप भी लखनऊ घूमने का प्लान कर रहे हैं तो इन जगहों का आनंद जरूर लें।
यह इमामबाड़ा लखनऊ की ऐतिहासिक धरोहर है, इसका निर्माण नवाब आशिफउद्दौला ने कराया था। इसके परिसर के अंदर एक मस्जिद भी है। इसे भूल भुलैया के नाम से भी जाना जाता है। यह इमामबाड़ा अपनी भव्यता के लिए मशहूर है।
यह भी लखनऊ की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है, इसे लखनऊ का सिग्नेचर कहा जाता है। इसकी ऊंचाई करीब 60 फीट है। इसका निर्माण भी नवाब आसिफउद्दौला ने कराया था। यहां पर घुड़सवारी का आनंद ले सकते हैं और नवाबों का फील ले सकते हैं।
यह इमामबाड़ा अपनी सुंदरता के लिए दुनियाभर में मशहूर है। यह इमामबाड़ा हुसैनाबाद ट्रस्ट के अंतर्गत आता है। शाम के समय इसकी खूबसरती देखने लायक होती है। यहां पर शाम-ए-अवध का बेहतरीन नजारा ले सकते हैं और फोटो खिंचाकर इस लम्हे को यादगार बना सकते हैं।
यह पार्क लखनऊ का बड़ा पार्क है, इसका निर्माण बसपा शासन काल में हुआ था, इस विशाल पार्क में हाथियों की सुंदर मूर्तियां बनी हुई हैं। यहां से शाम का नजारा देखने लायक होता है।
लखनऊ के कैसरबाग में स्थित यह इमारत 1857 की क्रांति का इतिहास समेटे हुए है, यहां पर तोप के गोलों के निशान आज भी देखे जा सकते हैं।
यह मकबरा अवध की वास्तु कला की बानगी पेश करता है, सआदत अली खां के साथ यहां पर खुर्शी जादी का भी मकबरा है। यह मकबरा बेगम हजरत महल पार्क के पास में स्थित है।
यह इमारत भी लखनऊ की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है, इसके ऊपर एक छाता नुमा गुंबद है, जो इसकी विशिष्टता को दर्शाता है। इसका निर्माण सआदत अली खां ने कराया था और गाजीउद्दीन हैदर ने इसे संवारने का काम किया।
लखनऊ आएं तो इन ऐतिहासिक जगहों को जरूर घूमें, साथ ही ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com