हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार, होलिका दहन 13 मार्च को किया जाएगा। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है।
होली से एक दिन होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है। होलिका दहन की अग्नि में आहुति देने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर किन लोगों को होलिका दहन भूल से भी नहीं देखना चाहिए। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकती है।
मान्यता के मुताबिक, नवविवाहित दुल्हन को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए। इससे उनके वैवाहिक जीवन में टकराव देखने को मिल सकता है।
गर्भवती महिलाओं को भी होलिका दहन देखने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से मां और बच्चे दोनों की सेहत पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।
पीरियड्स में होलिका दहन देखना बेहद अशुभ माना जाता है। इससे महिला पर नकारात्मक शक्तियों का खतरा मंडराता रहता है।
छोटे बच्चों को होलिका दहन देखने से दूर रहना चाहिए। इससे बच्चों के फेफड़ों को नुकसान हो सकता है क्योंकि छोटे बच्चों की बॉडी बेहद सेंसिटिव होती है।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com