सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व होता है। इस दिन विष्णु जी की पूजा करना चाहिए। आइए जानते हैं कि निर्जला एकादशी कब है?
पंचांग के अनुसार, 06 जून 2025 को निर्जला एकादशी मनाई जाएगी। वहीं, वैष्णव जन इस एकादशी को 07 जून को मनाएंगे।
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 06 जून को देर रात 02 बजकर 15 मिनट से होगी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
इस एकादशी पर व्रत रखने से साधक को दीर्घायु की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही, मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है और तरक्की के रास्ते खुल जाते हैं।
इस दिन भद्रावास और वरीयान योग का निर्माण होगा। इसके अलावा, हस्त और चित्रा नक्षत्र के साथ अभिजित मुहूर्त और वणिज करण के भी योग बन रहे हैं।
निर्जला एकादशी के दिन पूजा करते समय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें। इससे भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है और रुके हुए कार्य भी होने लगते हैं।
निर्जला एकादशी के दिन तुलसी के पास घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है और धन से जुड़ी समस्याएं भी दूर होने लगती हैं।
धन की कमी का सामना करने वाले लोगों को निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है।
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