सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने की तिथि पर मिथुन संक्रांति बनाई जाती है। आइए जानते हैं कि मकर संक्रांति के दिन किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, 15 जून 2025 को मिथुन संक्रांति बनाई जाएगी। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से कार्य में सफलता मिलती है।
15 जून 2025 को सूर्य देव वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन स्नान-दान और जाप करना लाभकारी होता है।
मिथुन संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करते समय ॐ नित्यानन्दाय नमः या ॐ निखिलागमवेद्याय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे कार्य में सफलता मिलती है।
सूर्य देव की पूजा करते समय ॐ घृणि सूर्याय नमः, ॐ सूर्याय नमः, ॐ ह्रीं सूर्याय नमः मंत्र का जाप करें। इससे साधक की किस्मत चमकने लगती है।
मिथुन संक्रांति पर ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा मंत्र का जाप करें। इससे सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मिथुन संक्रांति पर इन मंत्रों का जाप करने से कार्य में सफलता मिलती है। इसके साथ ही, पहले से रुके हुए कार्य होने लगते हैं और तरक्की के योग बनते हैं।
मिथुन संक्रांति के दिन तामसिक चीजें जैसे- मांस, मदिरा, लहसुन और प्याज न खाएं। इससे खाने से पूजा करने का फल नहीं मिलता है।
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