पीला रंग पहनने से व्यक्ति को अद्वितीय आशावाद और आनंद के साथ नवरात्रि परंपराओं का आनंद लेने में मदद मिलेगी। यह एक उत्साब वर्धक रंग है जो व्यक्ति को पूरे दिन प्रफुल्लित रखता है।
हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है और विकास, उर्वरता और शांति की भावना पैदा करता है। हरा रंग जीवन में नई शुरुआत का प्रतिनिधित्व करता है और शांति प्रदान करता है।
ग्रे संतुलित भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है और व्यक्ति को जमीन से जुड़े रहना सिखाता है।
नारंगी रंग के कपड़ों में देवी शक्ति की पूजा करने से गर्मजोशी और उत्साह जैसे गुण प्राप्त होते हैं। यह रंग सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होता है और व्यक्ति को उत्साहित रखता है।
सफेद रंग शुद्धता और मासूमियत का पर्याय है। देवी के आशीर्वाद के योग्य बनने और आंतरिक शांति और सुरक्षा का अनुभव करने के लिए षष्ठी पर सफेद रंग के कपड़े पहनें।
लाल जोश और प्यार का प्रतीक है और देवी शक्ति को दी जाने वाली चुनरी का सबसे पसंदीदा रंग भी है। यह भक्तों को जोश और जीवन शक्ति से भर देता है।
नीला रंग सीधे आकाश से जुड़ा हुआ है और प्रकृति की विशालता और अबाध चरित्र का प्रतीक है। अपने क्षितिज और दृष्टि का विस्तार करने के लिए इसे पहनें।
गुलाबी रंग सार्वभौमिक प्रेम, स्नेह और सद्भाव का प्रतीक है। यह एक आकर्षक रंग है, जो व्यक्ति को सुलभ बनाता है और साथ ही साथ किसी के व्यक्तित्व में आकर्षण जोड़ता है।
Chaitra Navratri 2023: 9 दिनों के दौरान इन रंगों का खास महत्व है जिन्हें आपको पहनना चाहिए। जानें