सेहतमंद रहने के लिए एक व्यक्ति को कम से कम 7-8 घंटे जरूर सोना चाहिए। वहीं चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में नींद के बारे में भी बताया है।
आज हम आपको बताएंगे कि चाणक्य के अनुसार किन लोगों की भूल से भी नींद नहीं खराब करनी चाहिए? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
व्यक्ति को कभी भी राजा की नींद नहीं खराब करनी चाहिए क्योंकि उन्हे जगाने से वह गुस्सा हो सकते हैं, जो आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
चाणक्य के अनुसार बच्चे अच्छी नींद नहीं लेते और उन्हें बीच में जगाना उन्हें परेशान करता है और वे और भी चिड़चिड़े हो जाते हैं।
अगर आप बच्चे को नींद से जगाते हैं, तो उन्हें शांत करना मुश्किल हो सकता है। इसके चलते वह आपको बेहद परेशान कर सकता है।
चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को कभी भी किसी मूर्ख की नींद खराब नहीं करनी चाहिए। उनकी नींद खराब करने से भी आप मुसीबत में पड़ सकते हैं।
बीमार व्यक्ति को भी नींद से नहीं जगाना चाहिए। इससे उनके तनाव का लेवल बढ़ सकता है। बेहतर होगा, उन्हें सोने दें।
वहीं आपको शेर, बर्र और दूसरे के कुत्ते की नींद भी खराब नहीं करनी चाहिए। इससे आप मुसीबत में पड़ सकते हैं।
इन लोगों को भूल से भी नींद खराब न करें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com