अक्सर लोग शारदीय नवरात्र का व्रत रखते हैं। ऐसे में नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा करते हैं। आइए जानते हैं कि किस शुभ मुहूर्त में नवरात्र व्रत का पारण करें?
कई बार लोग नवमी के दिन पूजा करने के बाद ही व्रत का पारण कर लेते हैं। ऐसा करने से व्रत टूट सकता है। शुभ मुहूर्त में पूजा करने से व्रत का पूरा फल मिलता है।
नवरात्र का व्रत रखने वाले साधक को कन्या पूजन करने के बाद ही पारण करना चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है।
पंचांग के अनुसार, नवरात्र में नौ दिनों का व्रत रखने के बाद 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट के बाद पारण कर सकते हैं।
पारण करने से पहले स्नान करने के बाद मां दुर्गा की पूजा करें। इस दौरान मां दुर्गा को भोग लगाने के बाद ही पारण करें। ऐसा करने से साधक को माता रानी का आशीर्वाद मिलता है।
नवरात्र व्रत के बाद पारण करते समय सात्विक चीजों को ही खाना चाहिए। तामसिक चीजें जैसे-लहसुन और प्याज खाने से बचना चाहिए।
नवरात्र व्रत के बाद पारण करने से पहले गरीब और जरूरतमंद लोगों को खाने की चीजों का दान करना चाहिए। इससे जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है।
इस मुहूर्त में व्रत का पारण करने से साधक की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। इसके साथ ही, जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं और व्रत का पूरा फल मिलता है।
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