अक्सर लोग नवरात्र में व्रत रखते हैं। इसके बाद नवमी तिथि पर हवन करके व्रत का समापन करते हैं। आइए जानते हैं कि नवमी तिथि पर किस मुहूर्त में हवन करना शुभ होगा?
पंचांग के अनुसार, आश्विन माह की नवमी तिथि 11 अक्टूबर पड़ रही है। इस दिन हवन करना बेहद शुभ होगा। वहीं, नवमी तिथि पर मां सिद्धिदात्री की पूजा करने का विधान होता है।
पंचांग के अनुसार, नवमी तिथि की शुरुआत 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 07 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर होगा।
नवरात्र की नवमी तिथि पर शुभ मुहूर्त में हवन करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही, जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
हवन करने से पहले पूजा-पाठ करते समय फल, हलवा, चना, बतासा, खीर और पूरी का भोग लगाना चाहिए। इसके बाद मां के सामने दीपक जलाएं।
हवन करने से पहले पूजा घर की साफ-सफाई करें। इसके बाद गंगाजल का छिड़काव करें और मंत्रों का उच्चारण करते हुए हवन करें।
नवमी के दिन हवन के लिए चंदन, आम, पीपल और नीम की सूखी लकड़ियां, ब्राह्मी, पलाश, मुलैठी, अश्वगंधा, सुपारी, मिठाई, कलावा, गंगाजल, पंचामृत और फूलों की माला आदि का इस्तेमाल करना चाहिए।
इस विधि से हवन करने पर मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। इसके साथ ही, साधक को मनमुताबिक सफलता मिलती है और धन से जुड़ी समस्या भी दूर होती है।
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