वृंदावन से भगवान श्रीकृष्ण का विशेष लगाव रहा है। यहां पर श्रीकृष्ण का बचपन बीता और यहीं पर बांके बिहारी ने तमाम बचपन की तमाम लीलाएं की।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा से 15 किमी दूर वृंदावन धार्मिक रूप से तो महत्वपूर्ण है ही, इसके साथ ही यहां पर रहस्यमयी चीजें भी हैं, जिनके बारे में चर्चा करेंगे।
वृंदावन में स्थित निधिवन की ऐसी मान्यता है कि हर रात यहां पर भगवान श्रीकृष्ण रासलीला करते हैं और सूर्यास्त के बाद यहां पर कोई नहीं रुकता है।
यहां पर एक सेवा कुंज बगीचा भी है। ऐसी मान्यता है कि इस बगीचे में श्रीकृष्ण जी राधा जी से रात में मिलते हैं, इसलिए शाम की आरती के बाद यह बगीचा बंद कर दिया जाता है।
यह पेड़ बहुत ही पवित्र माना जाता है। यहां पर शांति और सुकून मिलता है। इस जगह पर भगवान श्रीकृष्ण विश्राम किया करते थे।
मथुरा-वृंदावन में वैसे तो बहुत से मंदिर हैं, लेकिन रंगजी मंदिर कई मायनों में खास है। इस द्वार का दरवाजा बैकुंठ एकादशी के दिन खोला जाता है।
भगवान श्रीकृष्ण बंसीवट वृक्ष पर बांसुरी बजाते थे। ऐसे में अगर वृंदावन घूमने जाएं तो इस मंदिर में जरूर जाएं।
वृंदावन घूमने जाएं, तो इन स्थानों के दर्शन जरूर करें। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com