चैत्र नवरात्रि का त्योहार माता दुर्गा को समर्पित होता है। नवरात्रि के 9 दिन माता के 9 स्वरूपों की पूजा करने का विधान है।
13 अप्रैल को नवरात्रि का पांचवा दिन है। इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने का विधान है।
स्कंदमाता की पूजा करने से संतान सुख, मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा दुश्मनों से भी छुटकारा मिलता है।
ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि नवरात्रि के पांचवे दिन कौन सी आरती, मंत्र का जाप करना चाहिए। आइए इसके बारे में जानें।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं स्कन्दमातायै नम:। - या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।। सिंहासनगता नित्यं पद्माञ्चित करद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥
जय तेरी हो स्कंद माता। पांचवा नाम तुम्हारा आता।। सब के मन की जानन हारी। जग जननी सब की महतारी।।
तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं। हरदम तुम्हें ध्याता रहूं मैं।। कई नामों से तुझे पुकारा। मुझे एक है तेरा सहारा।।
ऐसे में आप इन मंत्रों का जाप और आरती कर मां स्कंदमाता की पूजा कर सकते हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com