हिंदू धर्म में देवता अलग-अलग राशियों में गोचर करते रहते हैं और ऐसा करना बेहद शुभ माना जाता है। बुध देव 24 अक्टूबर 2025 को वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। इसके चलते कुछ राशियों की चांदी होगी।
आज हम आपको कुछ ऐसी ही राशियों के बारे में बताएंगे। आइए इन राशियों के बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें और आपकी भी दिन-रात खूब तरक्की हो सके।
यह समय आपके जीवन में परिवर्तन और संयुक्त संसाधनों पर ध्यान लाएगा। इस समय आप चीज़ों को अच्छे से समझ पाएंगे और अंदर की सूझबूझ बढ़ेगी। वित्तीय मामलों में सावधानी बरतना आवश्यक है।
छिपे हुए मुद्दे या सत्य सामने आ सकते हैं। बुध दूसरे भाव को दृष्टि दे रहे हैं, इसलिए बोलने से पहले सोचें और परिवार में सामंजस्य बनाए रखें। आपके बिगड़े काम धीरे धीरे बन सकते हैं।
बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। यह गोचर आपके सातवें भाव में होगा, जो रिश्तों और सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा। प्रियजनों के साथ गहरी और सार्थक बातचीत हो सकती है।
प्रेम संबंधों में अत्यधिक शंका या अधिक विश्लेषण से बचें। बुध पहले भाव को दृष्टि दे रहे हैं, जिससे आपकी बुद्धिमत्ता और संवाद करने की क्षमता बढ़ेगी। बंद किस्मत का ताला खुल सकता है।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके छठे भाव में होगा। इस समय आपको अपने काम और स्वास्थ्य पर खास ध्यान देना चाहिए। आप अपने काम को सोच-समझकर करने लगेंगे।
बुध बारहवें भाव को दृष्टि दे रहे हैं, जो खर्च और मानसिक शांति के लिए सचेत रहने की सलाह देता है। इस दौरान स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और ज्यादा चिंता या ओवरथिंकिंग से बचें।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com