भगवान कृष्ण की बातों को मानकर अर्जुन ने सफलता हासिल की थी। ठीक उसी तरह, हम भी कृष्ण की बातों पर गौर कर अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
जीवन में आगे बढ़ने के लिए और अपनी अलग पहचान बनाने के लिए यदि आपको क्रांतिकारी बनना पड़े, तो इससे पीछे न हटें।
जिस तरह भगवान कृष्ण ने पांडवों के मुश्किल वक्त में उनका साथ दिया था, वैसे ही आपको भी अपने दोस्तों का साथ देना चाहिए।
इसके साथ ही आपको ऐसे ही दोस्त बनाने चाहिए, जो आपके मुश्किल वक्त में आपके साथ खड़े रहें। मुश्किल वक्त में भागने वालों को दोस्त न बनाएं।
सफलता सिर्फ उसी व्यक्ति को मिलती है, जो अपनी गलतियों और हार से सीख लेकर आगे बढ़े। हारकर निराश होना किसी भी समस्या का हल नहीं है।
किसी भी परिस्थितियों से लड़ने के लिए उसके लिए एक बेहतर रणनीति बनाएं। नहीं तो आप कामयाब नहीं हो पाएंगे।
जीवन में सफल बनने के लिए व्यर्थ की चिंता के साथ-साथ भविष्य के बारे में भी नहीं सोचना चाहिए। हमें हमेशा अपने वर्तमान को बेहतर बनाना चाहिए।
किसी भी तरह की मुश्किल आर्थिक परिस्थितियों से बचने के लिए हमेशा सोच-समझकर खर्च करना चाहिए।
सफल होने के लिए ये नीतियां जरूर फॉलो करें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com