हिंदू धर्म में दीपक शुभता का प्रतीक माना जाता है। दीपक मुख्य रूप से पूजा के दौरान जलाया जाता है। घर के मुख्य द्वार भी दीपक रखा जाता है।
दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। परिवार में किसी प्रकार की विपत्ति नहीं आती और बिगड़े काम भी बन जाते हैं।
दीपक से जुड़े कई नियम भी बताए गए हैं। आज हम आपको बताएंगे कि आखिर रात में दीपक क्यों नहीं जलाया जाता? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
सूर्यास्त के बाद अर्थात् रात में देवी-देवता विश्राम करने चले जाते हैं, ऐसे में रात में जलाया गया दीपक उनके विश्राम में बाधा डाल सकता है।
इसके चलते रात में दीपक जलाने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती। साथ ही देवी-देवता नाराज भी हो सकते हैं। आप रात में दीपक न जलाएं।
दीपक हमेशा उस समय जलाना चाहिए जब भगवान जाग रहे हों। सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच में ही अपने घर या फिर मंदिर में दीपक जलाना चाहिए।
कभी भी खंडित दीपक नहीं जलाना चाहिए। माना जाता है कि खंडित दीपक जलाने से इंसान को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com