सनातन धर्म में हर रंग को किसी-न-किसी देवी-देवता से जोड़कर देखा जाता है। पूजा के दौरान कुछ रंगों को बहुत ही शुभ माना जाता है।
ऐसे में आज आपको बताएंगे कि पूजा के दौरान कौन से रंग इस्तेमाल किए जाते हैं और इसका क्या महत्व है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
लाल रंग शुभता, सौभाग्य, साहस और उमंग का रंग माना गया है। यही कारण है कि पूजा के दौरान कई देवी-देवताओं को लाल रंग का टीका लगाया जाता है।
इस रंग को मां लक्ष्मी और मां दुर्गा का भी प्रिय रंग माना गया है। माना जाता है कि यदि पूजा के दौरान लाल रंग का कपड़ा बिछाया जाए तो इससे व्यक्ति को सोया हुआ भाग्य भी जाग सकता है।
पूजा-पाठ के दौरान या फिर किसी भी मांगलिक कार्य के समय पीले रंग का इस्तेमाल करना बहुत ही शुभ माना जाता है। विष्णु जी की पूजा में भी पीले रंग का महत्व माना गया है।
इसके अलावा पीले रंग के बारे में यह भी मान्यता है कि पीला रंग सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा का भी संकेत देता है।
सफेद रंग चंद्रमा का प्रतीक है। माना जाता है कि सफेद रंग का पूजा में अधिक से अधिक इस्तेमाल किया जाए, तो इससे पूजा में कोई विघ्न उत्पन्न नहीं आता और पूजा शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होती है।
हरा रंग बुध ग्रह का भी प्रतीक माना गया है। अगर पूजा के दौरान हरे रंग का प्रयोग किया जाए तो इससे व्यक्ति को स्वास्थ्य में लाभ देखने को मिल सकता है।
आप भी पूजा के दौरान इन रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com