गंगाजल कौन से पात्र में रखना चाहिए?


By Farhan Khan26, Jan 2024 02:04 PMjagran.com

गंगा नदी

सनातन धर्म में माना गया है कि गंगा नदी में स्नान करने मात्र से ही मनुष्य के समस्त पाप धुल जाते हैं।, इसलिए इसे पापमोचनी नदी भी कहा जाता है।

घर में गंगाजल रखना

पूजा-पाठ और शुभ कार्यों में भी गंगाजल का इस्तेमाल पवित्रता बनाए रखने के लिए किया जाता है। ऐसे में यदि आप आपने घर में गंगाजल रखते हैं, तो इससे आपको कई लाभ देखने को मिल सकते हैं।

गंगाजल छिड़कना

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय घर में गंगाजल को छिड़कने से ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाता है।

सामान्य जल पवित्र

सामान्य जल पवित्र माना जाता है कि गंगाजल अगर सामान्य जल में डाला जाए, तो वह जल भी शुद्ध होकर गंगाजल के समान ही पवित्र हो जाता है।

अपवित्र स्थान पर रखें

व्यक्ति को गंगाजल कभी भी इसे किसी गंदे या अपवित्र स्थान पर नहीं रखना चाहिए। न ही इसे कभी भी बिना स्नान किए छूना चाहिए।

जूते-चप्पल न छुएं

गंगाजल को कभी जूठे हाथ या फिर जूते-चप्पल पहनकर न छुएं। इस सब कार्यों को करने पर घर में गंगाजल रखने को कोई लाभ नहीं मिलता।

पीतल के बर्तन में रखना

घर में गंगाजल को तांबे या पीतल के लोटे या बर्तन में भरकर रखना ज्यादा शुभ माना जाता है। ज्यादातर लोग इसे प्लास्टिक की बोतल में भरकर रखते हैं।

ईशान कोण

गंगाजल को अंधेरे वाली जगह पर बंद करके भी नहीं रखना चाहिए। वहीं, गंगाजल को ईशान कोण या पूजा घर में ही रखना उत्तम माना जाता है।

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