अक्सर जब हम सड़क से गुजरते हैं, तो हमारे कानों में फ्लाईओवर और ओवरब्रिज जैसे शब्द सुनाई पड़ते हैं, जिन्हें हम एक ही समझ लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं है।
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर फ्लाईओवर और ओवरब्रिज में क्या अंतर होता है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
फ्लाईओवर एक तरह का पुल होता है, जिसे सड़कों या रेलवे लाइनों के ऊपर बनाया जाता है, ताकि यातायात में किसी भी तरह की कोई रुकावट न आए।
फ्लाईओवर आमतौर पर लंबी दूरी के यातायात के लिए बनाए जाते हैं और ये शहरों के भीतर या बाहरी इलाकों में हो सकते हैं। इनका डिजाइन गाड़ियों के मद्देनजर बनाया जाता है।
ओवरब्रिज एक प्रकार का पुल होता है। इसका मुख्य काम किसी सड़क या रेलवे लाइन के ऊपर से पैदल चलने वालों या कम गति वाले वाहनों को रास्ता देना होता है।
आपने अक्सर रेलवे स्टेशनों के पास पैदल यात्रियों के लिए बने पुल देखे होंगे, वे ओवरब्रिज ही होते हैं। अब आगे से आपको बिल्कुल भी कन्फ्यूज नहीं होना है।
ओवरब्रिज सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं। यह बिजी सड़कों और खतरनाक रेलवे लाइन को पार करने का एक सेफ विकल्प होता है। ओवरब्रिज छोटे होते हैं।
फ्लाईओवर और ओवरब्रिज में कन्फ्यूजन इसलिए होती है क्योंकि दोनों को जमीन के ऊपर बनाया जाता है। जबकि हकीकत यह है कि दोनों के काम में जमीन आसमान का फर्क है।
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