अगर हम देव दीपावली की बात करें, तो यह कार्तिक माह की अमावस्या तिथि के दिन मनाई जाती है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है क्योंकि देव दीपावली मां लक्ष्मी को समर्पित होता है।
अगर आप देव दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं, तो इससे आपकी बंद किस्मत का ताला खुल सकता है। आपके बिगड़े काम धीरे धीरे बन सकते हैं। आपके घर में धन का आगमन हो सकता है।
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर किस दिन देव दीपावली मनाई जाएगी? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें और देव दीपावली मना सकें।
देव दीपावली मनाने के पीछे का उद्देश्य यह है कि कार्तिक पूर्णिमा की पुण्यकारी तिथि पर देवों के देव महादेव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था। इसके चलते देवताओं ने भगवान शिव की पूजा की।
कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि 4 नवंबर को देर रात 10 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 05 नवंबर को शाम 06 बजकर 48 मिनट पर पूर्णिमा तिथि का समापन होगा।
सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। इस प्रकार 05 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। वहीं, आरती का समय संध्याकाल 05 बजकर 15 मिनट से लेकर 07 बजकर 50 मिनट तक है।
अगर आप देव दिवाली के दिन पीपल के पेड़ के पास दीया जलाकर सात बार की परिक्रमा करते हैं, तो इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होगा।
जो जातक अपने घर में धन का आगमन चाहते हैं, तो इसके लिए उन्हें देव दीपावली के दिन गाय को हरा चारा और गुड़ खिलाना चाहिए। रिजल्ट आपके सामने होगा।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com