दीवाली का पावन पर्व धनतेरस से शुरू होता है। 5 दिन के दीपोत्सव पर्व की समाप्ति भैया दूज पर होती है।
इस दिन व्यापारी लोग चित्रगुप्त पूजा भी करते हैं। ये पर्व यमराज और उनकी बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है।
भाई दूज हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि भाई दूज की वास्तविक तिथि क्या है?
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि यानी भाई दूज की तिथि 2 नवंबर 2024 को रात 8:21 पर शुरू हो जाएगी।
इसका समापन 3 नवंबर 2024 को रात 10:05 पर होगा। ऐसे में भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर को ही मनाया जाएगा।
भाई दूज पर 3 नवंबर 2024 को दोपहर 01 बजकर 10 मिनट से दोपहर 03 बजकर 22 मिनट तक तिलक करने का शुभ मुहूर्त बन रहा है।
भैया दूज पर, बहनें अपने भाइयों को टीका करके, उनके लम्बे और खुशहाल जीवन की प्रार्थना करती हैं।
भाई अपनी बहनों को उपहार प्रदान करते हैं। भैया दूज को भाऊ बीज, भाई दूज, भात्र द्वितीया और भतरु द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।
भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर को मनाया जाएगा। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com