कहा जाता है कि दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है, जिसे हम खुद अपने लिए चुनते हैं। ऐसे में आपको अपने दोस्त बेहद ध्यान से चुनने चाहिए। अगर आप किसी के अच्छे दोस्त बनना चाहते हैं, तो आपको किसी का अच्छा दोस्त बनना चाहिए।
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर नकली दोस्त की पहचान कैसे करें? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें और आप भी ऐसे इंसान को अपनी ज़िन्दगी से बाहर का रास्ता दिखा सकें।
नकली दोस्त की पहचान यह होती है कि वे केवल दोस्ती का ढोंग करते हैं। जब जब समय आता है साथ देने का, तो ऐसे व्यक्ति वहां से गायब हो जाते हैं या वहां से कुछ बहाना बनाकर निकल लेते हैं।
नकली दोस्त की सबसे बड़ी खासियत होती है कि वे वे हमेशा अपने दोस्तों के पीठ पीछे बुरा बोलते हैं और उनकी कमजोरियों पर हंसते हैं। इसके अलावा उनकी पर्सनल बातों को दूसरों के सामने उजागर कर देते हैं।
नकली दोस्त कभी किसी के सगे नहीं होते। यहां तक कि अपने भी नहीं। ये किसी की सफलता बर्दाश्त नहीं कर सकते। अगर कोई सफल हो जाता है, तो उससे जलते रहते हैं। उस व्यक्ति को नीचे गिराने का मंसूबा बनाते रहते हैं।
अगर आपके साथ ऐसा कोई साथी है, जो अपने फायदे के लिए आपसे बात करता है। जब अपना कोई काम कराना हो, तभी आपकी मदद करता हो, तो ऐसे में आपका यह साथ नकली दोस्त के अलावा कुछ भी नहीं।
असली दोस्त वहीं होता है, जो आपकी भावनाओं को समझता है और उनकी कद्र करता है। वह आपको कभी भी दुखी नहीं देखना चाहता। वहीं एक नकली दोस्त को इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
नकली दोस्त पर कभी भी भरोसा नहीं किया जा सकता। वो कभी भी आपका भरोसा तोड़ सकता है। अगर आपके किसी साथी न कई बार आपके साथ ऐसा किया है, तो वह आपका कभी असली दोस्त नहीं हो सकता।
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