दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। आज यानी यह त्योहार शनिवार, 12 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।
इस दिन जगह-जगह मेले लगते हैं, साथ ही रावण का पुतला बनाकर उसका दहन किया जाता है।
रावण दहन इस बात का संकेत है कि बलशाली व्यक्ति भी अगर अधर्म का साथ देता है, तो उसकी अंत में हार ही होती है।
आज हम आपको बताएंगे कि देश के अलग-अलग हिस्सों में किस तरह से दशहरा मनाया जाता है? आइए इसके बारे में जानें।
उत्तर भारत रामलीला का मंचन दशहरे के दौरान एक प्रमुख आकर्षण है। लोग रावण के पुतले को जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाते हैं।
प्रयागराज और हरिद्वार में दशहरे के अवसर पर कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। इस दिन लोग गंगा स्नान के लिए यहां आते हैं।
पश्चिम बंगाल और आसपास के राज्यों में दशहरा को दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है। देवी दुर्गा की मूर्तियों की पूजा की जाती है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में कुछ इस तरह से दशहरा मनाया जाता है। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com