आज की बिजी लाइफस्टाइल के चलते लोगों को किसी न किसी बात पर स्ट्रेस हो ही जाता है और यही स्ट्रेस आगे चलकर सिजोफ्रेनिया का रूप ले लेता है।
सिजोफ्रेनिया एक मानसिक बीमारी है। इस बीमारी से पीड़ित लोग अपनी एक अलग दुनिया बना लेते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
सिजोफ्रेनिया बीमारी में व्यक्ति किसी भी चीज को समझ पाने में सक्षम नहीं हो पाता है। वह अंधकार में जीने लगता है। वह अजीबोगरीब हरकतें करने लगता है।
सिजोफ्रेनिया बीमारी में ऐसा महसूस होता है कि मानो वह किसी और से बात करता है और उसकी बातें सुनने के लिए उसके साथ कोई रहता है।
सिजोफ्रेनिया बीमारी से पीड़ित व्यक्ति धीरे-धीरे व्यक्ति कम बोलने लगता है और खुद को समाज और परिवार से अलग कर लेता है।
सिजोफ्रेनिया बीमारी का अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो यह व्यक्ति के लिए खतरनाक साबित होता है।
अगर किसी व्यक्ति में सिजोफ्रेनिया के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसे तत्काल डॉक्टर से दिखाने की जरूरत है क्योंकि इस बीमारी की अंतिम स्टेज बेहद खतरनाक होती है।
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