करवा चौथ का व्रत आज रखा जा रहा है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत का पालन करती हैं।
इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन शिव जी, माता पार्वती, गणेश जी की पूजा की जाती है और आशीर्वाद की कामना की जाती है।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का मुहूर्त 31 अक्टूबर को रात 11 बजकर 2 मिनट से शुरू होकर 1 नवंबर को रात 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।
आज पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होगा, जिस वजह से इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
करवा चौथ की पूजा की थाली सजाते समय इस थाली में इन चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए। पूजा की थाली में सिंदूर, अक्षत, दीपक, मिठाई, रोली और कुमकुम रखें।
इसके बाद करवे में जल भरें और फिर मां गौरी और गणेश जी की पूजा करें और फिर आरती करें।
इसके बाद छलनी से चंद्रमा को देखें या फिर जल में भी चंद्रमा को देख सकती हैं। चंद्रमा को देखने के बाद व्रत का पारण करें।
इसके बाद चंद्रमा को स्थानीय समय के अनुसार देखकर अर्घ्य दें और आशीर्वाद की कामना करें।
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