इन कामों को करने से नर्क में भी नहीं मिलेगी जगह


By Farhan Khan26, Aug 2023 01:17 PMjagran.com

गरुड़ पुराण

गरुड़ पुराण विष्णु पुराण का एक हिस्सा है। इसमें भगवान विष्णु और पक्षियों के देवता, गरुड़ के बीच हुए संवाद का ज़िक्र किया गया है।

स्वर्ग और नर्क

इस ग्रन्थ में स्वर्ग और नर्क के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस ग्रन्थ का एक भाग पूर्ण रूप से कर्मों के लिए दी जाने वाली सजाओं पर आधारित है।

भयावह सजा

ऐसे में आइये इन भयावह सजाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।

तमिस्रा

जो लोग दूसरों के पैसे लूटते हैं, उन्हें यमदूत रस्सी से बांध कर नर्क में मारते हैं। अगर वो बेहोश हो जाते हैं, तो उनके होश में आने के बाद फिर उन्हें पीटा जाता है।

रौरावम

रौरावम जो दूसरों की दौलत पर ऐश करते हैं और उनकी खुशियां छीन लेते हैं। ऐसे पापियों को सांपों से भरे हुए एक कुएं में धकेल दिया जाता है।

कुम्भिपाकम

जो अपनी स्वार्थ के लिए जीवों को मारते हैं। ऐसे पापियों को बड़े बर्तन में गरम तेल डाल कर तला जाता है।

कालासुत्रम

जो अपने बड़े-बुजुर्गों का सम्मान नहीं करते। इन पापियों को नर्क की आग में डुबाया जाता है। ऐसा तब तक किया जाता है, जब तक उनकी खाल न निकल जाए।

असितापत्रम

जो अपने काम को सही से नहीं करते और उनकी लापरवाही से किसी और को भुगतना पड़ता है। ऐसे लोगों के शरीर को नुकीले धार वाले चाकू से गोद दिया जाता है और फिर कोड़े बरसाए जाते हैं।

तप्त मूर्ति

जो लोग सोने या अन्य किसी धातु को चुराते हैं, उन्हें नरक की गर्म आग में जिन्दा जला दिया जाता है।