सनातन धर्म में इस एकादशी का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि इस दिन व्रत रखने से क्या फल मिलते हैं।
इस साल जया एकादशी का व्रत 20 फरवरी को रखा जाएगा। इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा करने से दोनों खुश होते हैं। इससे प्रेत योनि योग से मुक्ति मिलती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल की एकादशी तिथि 19 फरवरी को सुबह 08 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर 20 फरवरी को सुबह 09 बजकर 55 मिनट पर खत्म होगा।
इस दिन दिन प्रीति योग, आयुष्मान योग त्रिपुष्कर योग और रवि योग बन रहा है। यह तिथि बेहद शुभ मानी जाती है। इस दिन पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है।
जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करते समय ‘श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
जया एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते को लाल कपड़े में लपेटकर विष्णु जी के मंत्र को पढ़ते हुए तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से धन लाभ का योग बनता है।
जया एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करते समय पीले फूल की माला चढ़ाएं। इसके बाद माला को वस्त्र में लपेटकर पूर्व दिशा में टांग देना चाहिए। इससे घर में बरकत होने लगती है।
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