आज हम आपको उन भारतीय क्रिकेटर्स के बारे में बताएंगे, जिन्होंने टीम के लिए शानदार प्रदर्शन तो किया लेकिन मैच फिक्सिंग के चलते इनका करियर ही बर्बाद ही हो गया।
क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा मैच फिक्सिंग स्कैंडल भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच 2000 में हुई सीरीज के दौरान सामने आया था।
टीम इंडिया के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोनिए पर आरोप लगे। बाद में अजहर और अजय जडेजा पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया।
2013 में आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटर्स श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदौलिया को फिक्सिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया।
हालांकि बाद में श्रीसंत पर को कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई लेकिन बीसीसीआई ने उन पर लगा बैन नहीं हटाया।
भारत के दिग्गज ऑलराउंडर में एक रहे मनोज प्रभाकर पर फिक्सिंग आरोपों के कारण पांच साल का बैन लगा था, जो उनके करियर पर भारी पड़ गया।
2000 में मनोज प्रभाकर ने दिग्गज कपिल देव और दूसरे खिलाड़ियों पर फिक्सिंग का आरोप लगाकर तहलका मचाया था, लेकिन बाद में वे खुद फंस गए।
भारतीय क्रिकेटर अजय शर्मा सबसे तेज रन बनाने वाले बल्लेबाज माने जाते थे। लेकिन मैच फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद उनका करियर पूरी तरह से खत्म हो गया।
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