नंदी के कान में मनोकामना कहने से पहले जान लें ये जरूरी नियम


By Lakshita Negi16, Dec 2024 05:45 PMjagran.com

भगवान शिव के प्रिय वाहन

नंदी भगवान शिव के प्रिय वाहन और उनके परम भक्त हैं। मान्यता है कि उनके कान में अपनी मनोकामना कहने से वह सीधे भगवान शिव तक पहुंचती है। लेकिन इसे करते समय कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी है।

मनोकामना मांगने का महत्व

नंदी के कान में मनोकामना कहने का अर्थ है अपनी इच्छा को शिव तक पहुंचाना। इसे करते समय आपकी आस्था पूरी तरह से अच्छी और पवित्र होनी चाहिए।

सफाई का रखें ध्यान

नंदी के कान में कुछ कहने से पहले अपने मन और शरीर की सफाई का ख्याल रखें। मंदिर में जाने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।

नंदी को छूने के नियम

मंदिरों में नंदी को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होती। आप उनके कान में झुककर अपनी बात कह सकते हैं, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि नंदी को छुए नहीं।

मनोकामना मांगने का सही समय

नंदी के कान में मनोकामना कहने के लिए सुबह का समय सबसे शुभ माना जाता है। यह समय ध्यान और प्रार्थना के लिए अच्छा होता है। शिवरात्रि और सोमवार जैसे खास दिनों पर मनोकामना मांगना और प्रभावी माना जाता है।

सच्चे मन से करें प्रार्थना

नंदी के कान में अपनी मनोकामना बोलते समय आपका मन शांत और सच्चा होना चाहिए। भगवान शिव केवल उन्हीं की प्रार्थना सुनते हैं, जो निस्वार्थ भाव से उनसे प्रार्थना करते हैं।

आस्था और श्रद्धा का महत्व

नंदी जी के कान में मनोकामना कहना कोई जादू नहीं, बल्कि आपकी आस्था और भगवान शिव के प्रति समर्पण का प्रतीक है। इन नियमों का पालन करें और निस्वार्थ भावना से अपनी इच्छाएं व्यक्त करें।

यह जानकारी केवल सामान्य जानकारियों के आधार पर दी गई है। इस तरह की अन्य जानकारी के लिए jagran.com पर क्लिक करें।