सनातन धर्म में महाकुंभ का विशेष महत्व होता है। इस दिन दौरान स्नान-दान करना शुभ होता है। आइए जानते हैं कि महाकुंभ में भगदड़ के बाद कौन से नियम लागू किए गए हैं?
मौनी अमावस्या पर स्नान से पहले मंगलवार को देर रात संगम पर भगदड़ मच गई। इस दौरान कई लोगों को गंभीर चोट आ गई और कई लोगों की मौत हो गई।
डीआइजी वैभव कृष्ण ने बताया कि भगदड़ में 90 श्रद्धालुओं घायल हो गए थें। इनमें से 30 की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए थे। कई श्रद्धालुओं को इलाज के बाद घर भेज दिया गया।
महाकुंभ भगदड़ में गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का एलान किया है। वहीं, इस ममाले की न्यायिक जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
महाकुंभ में भगदड़ के बाद महाकुंभ में नो व्हीकल जोन बनाया गया है। कुंभ में आने वाले सभी प्रकार के वाहनों को बाहर ही रोक दिया जाएगा।
महाकुंभ में आने वाले VVIP वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। इस नियम के लागू होने से कोई भी VVIP पास वाले वाहन मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
महाकुंभ में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए वन वे रूट की शुरुआत की गई है। इससे श्रद्धालुओं की आवाजाही में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होगी।
02 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी के दिन चौथा शाही स्नान है। इसके लिए प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की जा रही है। महाकुंभ का अंतिम स्नान 26 फरवरी यानी महाशिवरात्रि के दिन होगा।
कुंभ में स्नान करने के लिए ध्यान रखने वाली बातों के बारे में जानने समेत लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ