सनातन धर्म में विजया एकादशी का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा-पाठ करना शुभ होता है। आइए जानते हैं कि विजया एकादशी पर तुलसी की पूजा कैसे करनी चाहिए?
पंचांग के अनुसार, 24 फरवरी 2025 को विजया एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन पूजा-पाठ करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
पंचांग के अनुसार, विजया एकादशी तिथि की शुरुआत 23 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 55 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 24 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 44 मिनट पर होगा।
विजया एकादसी पर तुलसी के पौधे की पूजा करना लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
वास्तु के अनुसार, विजया एकादशी पर तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाना चाहिए। इसे जलाने से परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
तुलसी की पूजा करते समय सोलह श्रृंगार की वस्तुएं जैसे चूड़ी, बिंदी और चुनरी आदि चढ़ानी चाहिए। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन लाभ के योग बनते हैं।
विजया एकादशी पर तुलसी की पूजा करते समय तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी, धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया। लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्, तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया। मंत्र का जाप करें।
विजया एकादशी पर इस विधि से तुलसी की पूजा करने से धन प्राप्ति के योग बनते हैं। इसके साथ ही, कारोबार में तरक्की होती है और कार्य में भी तरक्की होती है।
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